उत्तराखंड में एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला प्रकाश में आया है। काशीपुर के कुंडा क्षेत्र स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती 36 वर्षीय युवक, जितेंद्र सिंह की मौत हो गई है। मृतक के परिजनों ने उसकी मौत को लेकर संदेह जताया और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, जितेंद्र सिंह गदरपुर के महतोष मोड़ का निवासी था और छह साल पहले सऊदी अरब से वापस लौटा था। नशे की लत से परेशान होकर उसके परिवार ने उसे 2 नवंबर को करनपुर स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। बुधवार की शाम अचानक उसकी हालत बिगड़ी और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि जितेंद्र के शरीर पर नीले निशान थे और उनका शक है कि उसकी मौत के पीछे मारपीट का हाथ हो सकता है। हालांकि, नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों का कहना है कि युवक की मौत आकस्मिक थी और उसकी हालत अचानक बिगड़ी थी।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि मौत के कारणों का पता चल सके। पुलिस प्रशासन ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन इस समय तक परिजनों ने किसी भी तरह की तहरीर नहीं दी है।
इस घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं, और मृतक के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है।