चंपावत। जिले में शिक्षा विभाग की ओर से तीन साल से लापता एक सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया है। सहायक अध्यापक के तीन साल से लापता होने का खुलासा उस समय हुआ जब लोकसभा चुनाव को लेकर उसे मतदान अधिकारी प्रथम बनाया गया था और वह चुनाव ड्यूटी के प्रशिक्षण से अनुपस्थित पाया गया। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम नवनीत पांडे के निर्देश पर आरोपी सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया है।
लोकसभा चुनाव के नोडल प्रशिक्षण मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बाराकोट विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय पांचपीपल में तैनात सहायक अध्यापक खीमेंद्र सिंह रौतेला को चुनाव के लिए मतदान अधिकारी प्रथम बनाया गया था। 19 मार्च को आयोजित प्रथम प्रशिक्षण में खीमेंद्र सिंह रौतेला के अनुपस्थित पाए जाने पर छानबीन की गई तो पता चला कि सहायक अध्यापक तो लंबे समय से स्कूल से अनुपस्थित होकर लापता है।
इस पर विभाग की ओर से उसका स्पष्टीकरण तलब करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया था लेकिन शिक्षक की ओर से निर्धारित समय में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। इसके बाद सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया है। बताते चलें कि इस मामले में उक्त शिक्षक को एक मई और छह मई 2023 को तत्कालीन उप शिक्षाधिकारी की ओर से लगातार अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण तलब किया गया था जिसका भी उक्त शिक्षक ने विभाग को कोई जवाब नहीं दिया है।