सितारगंज: जिलाधिकारी नितिन भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार सुबह ग्राम गौरीखेड़ा में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया।
यह कार्रवाई उस वक्त की गई जब पूजा विश्वास की निर्मम हत्या के आरोपी मुश्ताक अहमद के घर को गिराने के लिए प्रशासनिक दल बल के साथ मौके पर पहुंचा। आरोपी मुश्ताक का घर ग्राम गौरीखेड़ा स्थित है। कार्यवाही के दौरान गांव में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे कानून व्यवस्था बनी रहे।
प्रशासन द्वारा की गई जांच में पाया गया कि आरोपी मुश्ताक अहमद के पिता अली अहमद द्वारा अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग की भूमि पर अवैध रूप से निर्माण किया गया था। यह भूमि मथुरा सिंह पुत्र नारायण सिंह, निवासी ग्राम थारू, गौरीखेड़ा, कोतवाली सितारगंज के नाम पर दर्ज है। मथुरा सिंह ST वर्ग से संबंधित हैं और उनके पिता की मृत्यु के उपरांत यह भूमि उनके नाम पर स्थानांतरित हुई थी।
जिला प्रशासन ने पूर्व में अली अहमद को इस अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने के कारण आज मकान को ध्वस्त कर दिया गया।
गौरतलब है कि अली अहमद के पुत्र मुश्ताक अहमद पर गुरुग्राम में एक महिला की नृशंस हत्या का आरोप है, जिसकी विवेचना वहां की पुलिस द्वारा की जा रही है।
जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि सरकारी एवं आरक्षित भूमि पर अवैध अतिक्रमण को चिन्हित कर उनके विरुद्ध भविष्य में भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
