बारिश से कुमाऊं मंडल में फिर तबाही मचाई है। इससे अल्मोड़ा जिले में जमकर आफत फैलाई। हवालबाग विकासखंड के चौसली गांव में भारी बारिश से एक आवासीय मकान ध्वस्त हो गया, इसके मलबे में छह से अधिक बकरियां दब गईं। वहीं, छह से अधिक मकानों में मलबा घुस गया। लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं, पहाड़ी से मलबा गिरने से अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे बंद हो गया और सैकड़ों वाहन और यात्री फंसे रहे।
जिला मुख्यालय सहित सोमेश्वर, स्याल्दे, जागेश्वर, चौखुटिया में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। नदी-नाले उफान पर आ गए और सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। बारिश ने चौसली गांव में आफत फैलाई। यहां बारिश के बाद पहाड़ी से निकला मलबा सैलाब बनकर घरों में पहुंच गया। भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिरने से भगवंत सिंह का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया और गोठ में बंधी छह से अधिक बकरियां, घर में रखा सारा सामान, नकदी मलबे में दब गया। गांव में छह से अधिक घर मलबे से पट गए। ग्रामीण घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर भागे, इससे बड़ी घटना होने से बच गई।
सूचना के बाद राजस्व की टीम मौके पर पहुंची और प्रभावित भगवंत के परिवार को पड़ोसियों के यहां शिफ्ट किया। देर रात तक राजस्व और आपदा प्रबंधन की टीम लोगों की सुरक्षा में जुटी रही। इसी गांव के पास पहाड़ी से मलबा गिरने से अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई और दोनों तरफ सैकड़ों वाहन और यात्री फंसे रहे। सूचना के बाद आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबा हटाकर आवाजाही शुरू कराई। आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि मलबा गिरने से अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे बंद हो गया था, इसे खोल दिया गया।