समूचा राष्ट्र सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना : राज्यपाल
देहरादून 22 जनवरी। अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राजभवन ऑडिटोरियम में राम भजन संध्या आयोजित की गई। इस भजन संध्या में लक्ष्मी दास व उनकी टीम द्वारा राम भक्ति पर आधारित अपने भजनों से उपस्थित लोगों को भाव-विभोर कर दिया। वहीं इस अवसर पर राजभवन में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) सहित राजभवन के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारजन प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साक्षी बने। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक और आनन्दमयी पल है जो कालखण्ड का बदलाव करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस प्रकार भारत को विकसित राष्ट्र, विश्व गुरु और सर्वश्रेष्ठ बना सके।
उन्होंने कहा कि आज राम लला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा होना, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। आखिरकार, आज समूचा राष्ट्र सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन, आज का आयोजन करोड़ों देशवासियों के लिए बहुत अविस्मरणीय पल है। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए खुशी और परम सौभाग्य का समय है कि सदियों के लम्बे इन्तजार के बाद यह शुभ समय आया है। राज्यपाल ने कहा कि राम राज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए हम सभी को अपने संकल्प एवं कर्तव्यों को पूरा करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना होगा। राज्यपाल ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम सिर्फ भारतवासियों के लिए नहीं वरन पूरी मानवता के लिए अद्वितीय आदर्श हैं। अब कई वर्षों के लंबे संघर्ष और प्रतीक्षा के पश्चात अवधपुरी में प्रभु का भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण और आज पवित्र क्षण में राम लला की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही हम सबकी मनोकामना पूर्ण हो गई है। अभी हम जिस सुअवसर से गुजरे हैं, मानवता के इतिहास में, ऐसा विलक्षण दृश्य कभी-कभी ही देखने को मिलते हैं। इससे पूर्व इस शुभ अवसर पर राज्यपाल एवं प्रथम महिला ने राजभवन परिसर स्थित राजप्रज्ञेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, संयुक्त निदेशक नितिन उपाध्याय, चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह, डॉ. एस.के.सिंह, कम्प्ट्रोलर प्रमोद चमोली सहित राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिवारजन उपस्थित रहे।