ऋषिकेश, देहरादून: देहरादून जिले के ऋषिकेश में एक युवक को पिता बनने के बाद खुशी की बजाय जेल जाना पड़ा। दरअसल, युवक की पत्नी के नवजात के जन्म के बाद यह खुलासा हुआ कि वह नाबालिग है। इस पर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। बाद में उसे कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया।
मूलतः बिहार के रोहतास जिले का निवासी यह युवक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की से शादी कर ऋषिकेश में मेहनत-मजदूरी करने के लिए आया था। कुछ समय बाद उसकी पत्नी गर्भवती हो गई। जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो युवक अपनी पत्नी को सरकारी अस्पताल ले गया, जहां बीते दिन महिला ने एक नवजात को जन्म दिया।
अस्पताल में डॉक्टर ने जब नवजात की डिटेल्स रजिस्टर में दर्ज करने के लिए युवक और उसकी पत्नी के आधार कार्ड चेक किए, तो सामने आया कि युवक की पत्नी 17 वर्षीय नाबालिग है। डॉक्टरों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
पुलिस ने नाबालिग के साथ शादी करने और दुष्कर्म के आरोप में युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। आरोपी युवक को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एसएसआई विनोद कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। इस बीच, जच्चा और बच्चा को परिजनों के पास भेज दिया गया है। यह मामला हमारे देश में विवाह की कानूनी उम्र को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश देता है, जहां लड़की के लिए विवाह की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और लड़के के लिए 21 वर्ष निर्धारित की गई है।