रुद्रपुर। लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी अजय भट्ट ने आज बुधवार को रुद्रपुर कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर नामांकन किया। इस दौरान उनके साथ सीएम पुष्कर धामी, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक शिव अरोरा मौजूद रहे। सीएम धामी ने नामांकन करने के दौरान विक्ट्री का साइन दिखाया। भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट के नामांकन के बाद जनसभा में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पहुंचे है। इसके बाद अजय भट्ट ने रुद्रपुर के गांधी पार्क में जनसभा को सम्बोधित किया।
अजय भट्ट का जीवन बेहद संघर्षों से भरा रहा। वे भी कभी आजीविका के लिए चाय बेचते थे, दूनागिरी मंदिर में चूड़ी बिंदी सहित कभी सब्जी की दुकान चलाते थे। काम उम्र में पिता के निधन के बाद पारिवारिक जिम्मेदारी के चलते उन्होंने ये सब किया लेकिन समाज सेवा का जज्बा उन्हें राजनीति में ले आया। 1985 में वे भाजयुमो से जुड़े और राज्य आंदोलन में भी सक्रिय रहे। 1996 से 2007 तक वे विधायक रहे। बाद में भाजपा के अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष भी रहे। 2017 में जब उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की पूरी संभावना थी तभी वे चुनाव हार गए और सीएम बनने से चूक गए लेकिन उनकी संगठन में सक्रियता और जनता पर पकड़ को देखते हुए भाजपा ने 2019 में लोकसभा का टिकट दिया और वे दिग्गज नेता हरीश रावत को रिकॉर्ड 339096 मतों से पराजित कर सांसद बने। 7 जुलाई 2021 को उन्हें पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री का दायित्व दिया गया।
अजय भट्ट को बतौर मंत्री केवल ढाई वर्ष का कार्यकाल मिला। लेकिन इस अवधि में और पूर्व में बतौर सांसद उन्होंने जमरानी बांध की स्वीकृति, काठगोदाम नैनीताल रोपवे, सात सौ करोड़ से हल्द्वानी नैनीताल मार्ग को डबल लेन बनवाने, रामगढ़ में विश्व भारती केंद्रीय विवि कैंपस की स्वीकृति के अलावा नैनीताल, भवाली में पार्किंग, सुशीला तिवारी अस्पताल में कैथ लैब, काठगोदाम अमृतसर ट्रेन, हल्द्वानी में केरल की तर्ज पर आयुर्वेदिक अस्पताल, दो सौ करोड़ से बलियानाले के उपचार, खैरना पुल निर्माण, कुमाऊं में एम्स के सैटेलाइट सेंटर, हर घर नल योजना सहित दर्जनों कार्यों को स्वीकृत और प्रारंभ करवाया। उनके सांसद प्रतिनिधि के रूप में गोपाल रावत ने भी सभी कार्यों को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।