
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे स्थित सिलाई बैंड सहित ओजारी और स्यानाचट्टी क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। ये क्षेत्र हाल की अतिवृष्टि और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। हवाई निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में आपदा के प्रभाव और क्षति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री धामी ने शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे युद्धस्तर पर राहत और पुनर्वास कार्यों को तेजी से धरातल पर उतारें, ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार हर पीड़ित को हर संभव मदद देगी और किसी भी ज़रूरतमंद को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
गौरतलब है कि बीते दिनों हुई भारी बारिश से उत्तरकाशी जिले में व्यापक तबाही मची है। विशेष रूप से बड़कोट के सिलाई बैंड क्षेत्र में अतिवृष्टि के चलते भूस्खलन हुआ, जिससे मजदूरों का एक कैंप उसकी चपेट में आ गया। इस हादसे में 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि 9 मजदूर बह गए। इनमें से अब तक 2 शव बरामद किए जा चुके हैं और 7 मजदूर अभी भी लापता हैं।
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी चट्टान गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिनमें कुछ तीर्थयात्रियों की जान चली गई। वहीं, बारिश ने जखोल, पांव और सुनकुड़ी जैसे गांवों में भी काफी तबाही मचाई है। कई स्थानों पर सड़कें बह गईं और सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा।
मुख्यमंत्री धामी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट भी हवाई सर्वेक्षण में मौजूद रहे। सीएम धामी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों की दोबारा समीक्षा की जाएगी और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
