सिटी मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी और तहसीलदार ने सिंचाई विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का आकलन कर सहायता राशि दी

हल्द्वानी।

देर रात हल्द्वानी_काठगोदाम के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई मूसलाधार बरसात के बाद उफान पर आए देवखड़ी नाले और रकसिया नाले से हुए नुकसान और जल भराव के चलते शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी और तहसीलदार ने सिंचाई विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का आकलन कर सहायता राशि देना शुरू कर दिया है। इसके अलावा हल्द्वानी के जलभराव वाली कालोनियों और लालकुआं क्षेत्र में जमरानी फीडर सहित अन्य नालों की सफाई जारी है। किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में राहत शिविरों के संचालन हेतु स्थल चिन्हित कर अन्य आवश्यक सुविधा सुनिश्चित की जा चुकी है। सिटी मजिस्ट्रेट ने आम जनमानस से पुनः अपील की है कि तेज बहाव के समय बेवजह नदी नालों को पार ने करे। सभी अपनी जिम्मेदारी को समझे और सुरक्षित रहें।

गुरुवार को दिन_रात्रि से लेकर शुक्रवार पूरे दिन सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई, उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार ने देवखड़ी नाले और रकसिया नाले सहित चौफुला चौराहा, दमुवाढुंगा बंदोबस्ती, और अन्य प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान राजस्व विभाग के कर्मचारियों को तत्काल प्रभावित लोगों के नुकसान का आकलन कर राहत राशि वितरित करना शुरू की। उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा ने बताया कि आज 26 लोगों को तत्काल सहायता राशि अब तक उपलब्ध करा दी गई है। विगत दिनों बरसात से लेकर अभी तक हल्द्वानी और लालकुआं इलाके में लगभग सवा तीन सौ से अधिक परिवारों को अहेतुक सहायता राशि के चेक वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा जल भराव वाले मोहल्लों और नहर व नालों की सफाई सहित नुकसान को रोकने के लिए देवखड़ी नाले में काठगोदाम क्षेत्र में निगम और चौफुला चौराहे पर सिंचाई विभाग से जेसीबी लगाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा लालकुआं क्षेत्र में बहने वाला पानी जमरानी फीडर से आगे को जाए, इसके लिए तीन जेसीबी और पोकलैंड के माध्यम से नहर का सफाई अभियान लगातार जारी है। सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई ने बताया कि विगत रात्रि देवखड़ी नाले के बहाव में बहे युवक की खोजबीन की जा रही है। इसके अलावा प्रशासन लगातार हर माध्यम से लोगों से अपील कर रहा है कि यदि बरसात हो तो नदी, नाले, रपटे और बहाव क्षेत्र तथा जल भराव वाले इलाकों से हर हाल में दूर रहे ताकि किसी भी घटना से बचा जा सके।

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