उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद ग्रामीण इलाकों में रंजिश की घटनाएं सामने आ रही हैं। अल्मोड़ा जिले के खगमराकोट क्षेत्र पंचायत से नवनिर्वाचित सदस्य रोहन कुमार आर्या पर जानलेवा हमला होने का मामला सामने आया है। उन्होंने अपने विरोधियों पर मारपीट और धारदार हथियारों से हमला करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने अल्मोड़ा थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रोहन कुमार आर्या के अनुसार, मतगणना के दिन जीत के बाद वह अपने समर्थकों के साथ कोसी बाजार जा रहे थे, तभी विपक्षी पंकज कुमार बिष्ट, दीपक पाटनी और उनके साथियों ने उनके पिता व अन्य वरिष्ठ समर्थकों पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। आर्या का कहना है कि उन्होंने विवाद को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हमलावर नहीं माने और उन पर भी हमला कर दिया, जिससे उनके माथे पर गंभीर चोट आई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
इस हमले में रोहन के कई समर्थक भी घायल हुए। भाजपा नेता और सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष सिकंदर पवार ने आरोप लगाया कि सामान्य सीट से अनुसूचित जाति के प्रत्याशी की जीत के कारण जानबूझ कर यह हमला किया गया। उन्होंने हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि दो दिन में कार्रवाई नहीं हुई, तो नगर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।
थानाध्यक्ष योगेश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 115(2), 118(1), 191(2) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है और कार्रवाई जल्द की जाएगी।
