आशाओं की समस्याओं का समाधान मांग करते हुए, पूर्व घोषित 23-24 फरवरी को आशाओं का धरना प्रदर्शन बुद्ध पार्क में दूसरे दिन भी जारी रहा।

हल्द्वानी में राज्य सरकार के आशाओं की समस्याओं का समाधान मांग करते हुए, पूर्व घोषित 23-24 फरवरी को आशाओं का धरना प्रदर्शन बुद्ध पार्क में दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए यूनियन महामंत्री डॉ कैलाश पाण्डेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाएं विभाग के सभी अभियानों और सर्वे में लगा दी गई हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की सेवा से शुरू करते हुए आज आशा वर्कर्स को सारे काम करने पड़ रहे हैं, लेकिन सरकार आशाओं को न्यूनतम वेतन तक देने को तैयार नहीं है। आशाओं को उनके काम के अनुरूप पैसा मिलना तो दूर वादा किया गया पैसा भी नहीं मिल रहा है। एक तो आशाओं न्यूनतम वेतन, कर्मचारी का दर्जा कुछ भी नहीं मिलता दूसरी ओर काम के बोझ को लागातार बढ़ाया जा रहा है। धरना प्रदर्शन करने वालों में यूनियन महामंत्री डॉ कैलाश पाण्डेय, रीना बाला, सरोज रावत, दीपा आर्य, भगवती बिष्ट , सायमा सिद्दकी, माधवी पांडे, चंपा मंडोला, माला वर्मा, पुष्पा बर्गली, किरन पलड़िया, दीपा उपाध्याय, दिव्या, गीता भंडारी, रेनू घुघतीयाल, भगवती पाण्डे, हेमा शर्मा, हंसी, राधा कार्की, विमला तिवारी, गंगा देवी, पुष्पा जोशी, विमला खत्री, कमला, प्रियंका, अंबिका, माया टंडन, पूनम बोरा, सुनीता मेहरा, गीता, शांति, लीला, राधा, सावित्री, ममता आर्य, सरस्वती, माधवी, आशा, कविता, शकुंतला, मीना, मिथलेश, नीमा, शाइस्ता परवीन, सावित्री, रजनी, मोहिनी बृजवासी, तब्बसुम, सरिता साहू, गीता जोशी समेत बड़ी संख्या में आशाएं शामिल रहीं।

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