हल्द्वानी – निर्माणाधीन नशा मुक्ति केंद्र भवन के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को निर्देश देते हुये कहा कि भवन की बाउंड्रीवाल की ऊंचाई के साथ ही मेन गेट की ऊंचाई भी बढ़ाई जाए। उन्हांेने कहा नशा मुक्ति केन्द्र के समीप एएनएम सेंटर भवन के सुधारीकरण हेतु प्रस्ताव बनाने के साथ ही चिकित्सक एवं काउन्सलर कक्ष के नवीनीकरण हेतु भी प्रस्ताव बनाये जांए। उन्होंने कहा नशा मुक्ति केंद्र भवन के दीवारों व मरीजों के कमरों पर आकर्षक पेंटिंग की जाए। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केंद्र में आने वाले व्यक्तियों को अच्छे उपचार और सकारात्मक परिवेश का लाभ मिले इसके लिए फुलवारी, गाडर्निंग, योगा, व्यायाम तथा ध्यान की गतिविधियां हेतु भवन के सभी खाली भूमि पर पार्क एवं ध्यान केन्द्र, एक्टिविटी कक्ष आदि सुविधाएं बनाई जाए। उन्होंने कहा इस प्रकार की गतिविधियां करने से मरीजो को सक्रात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि इस नशा मुक्ति केन्द्र का पंजीकरण भी कराना सुनिश्चित करें साथ ही जनवरी अन्तिम सप्ताह तक नशा मुक्ति केन्द्र संचालित करने के भी निर्देश दिये।
*जिलाधिकारी ने कहा कि पाण्डे नवाड नशा मुक्ति केन्द्र का नाम भूमि दानदाता के नाम पर रखा जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करवाएं ।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पाण्डे नवाड का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका में पाया कि पीएचसी सेंटर में प्रयोगशाला टैक्निशियन की तैनाती है पर प्रयोगशाला नही है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को लैब स्थापना हेतु आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
नशा मुक्ति केन्द्र के पास आयुर्वेदिक चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने जिला आयुर्वेदिक अधिकारी को चिकित्सालय में चिकित्सक की तैनाती करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 एमएस गुंज्याल, जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिडियाल के साथ चिकित्सक उपस्थित थे।