
रुड़की। हरिद्वार जिले के बहादराबाद थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने जमीनी विवाद में विपक्षियों को फंसाने के लिए खुद की हत्या की झूठी साजिश रच डाली। आरोपी ने अपनी ही कार पर फायरिंग करवाने की योजना बनाई और हत्या की सुपारी देने का फर्जी दावा कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की सूझबूझ और गहन जांच से साजिश का पर्दाफाश हो गया।
घोड़ेवाला निवासी जाकिर पुत्र ताहिर, जो पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुका है, ने 12 अक्टूबर को पुलिस को तहरीर दी कि उसके विपक्षी (जिनसे उसका जमीनी विवाद न्यायालय में विचाराधीन है) ने उसकी हत्या के लिए 30 लाख रुपये की सुपारी दी है। उसने जलालपुर और रुड़की के कुछ युवकों पर संलिप्त होने का आरोप भी लगाया।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर बहादराबाद थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा की अगुवाई में जब जांच शुरू हुई, तो सच्चाई सामने आ गई। पुलिस पूछताछ में यह साफ हो गया कि जाकिर ने विपक्षियों पर दबाव बनाने और झूठा केस दर्ज कराने के लिए यह पूरा षड्यंत्र रचा था।
जाकिर ने तीन युवकों – आजम, उस्मान और सोहेल – को ₹50,000 का लालच देकर अपने ही लाइसेंसी पिस्टल से खुद की गाड़ी पर फायरिंग कराने की योजना बनाई थी। उसका इरादा था कि इस ‘फर्ज़ी हमला’ को असली दिखाकर विपक्षी पर हत्या की सुपारी देने का मुकदमा दर्ज कराया जाए।
जब पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सभी एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे और थाने में ही झगड़ पड़े। इससे पुलिस को शक हुआ और गहराई से पूछताछ करने पर पूरा मामला उजागर हो गया।
जांच में सामने आया कि जाकिर की लाइसेंसी पिस्टल, जिसका रिन्यूअल खत्म हो चुका था, उसके भतीजे खालिक के पास से बरामद हुई। पिस्टल के गलत इस्तेमाल और लाइसेंस की शर्तों के उल्लंघन को लेकर जाकिर व खालिक पर भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पिस्टल का लाइसेंस रद्द करने की रिपोर्ट भी प्राधिकरण को भेज दी है।
