चमोली। उत्तराखंड में गत दिवस बृहस्पतिवार देर रात से आज सुबह तक बारिश लगातार जारी है। थराली में बारिश आफत बनकर बरसी हैं। यहां प्राणमति नदी उफान पर आ गई। जिससे पिंडर नदी में संगम के पीछे झील बनने लगी। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए सभी घर खाली करा दिए। इस दौरान नदी किनारे के करीब 25 से अधिक घरों में दो मंजिल तक पानी घुस गया। करीब आधे घंटे बाद पिंडर नदी भी उफान पर आ गई। जिसके वेग ने प्राणमति नदी द्वारा बन रही झील को तोड़ दिया, फिर इन घरों से पानी घुस गया। घरों में मलबे के ढेर लग गए। साथ ही थराली का पौराणिक शिव मंदिर भी बह गया। बेतालेश्वर मंदिर ओर सरस्वती शिशु मंदिर में पानी ओर मलबा घुस गया। रात भर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। जबकि प्राणमति ओर पिंडर नदी के किनारे के लोगों ने रतजगा किया। वहीं, देवाल के बगड़ीगाड़ में भी अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। यहां भी कई घरों में मलबा और पानी घुसा है। उधर, एक पुल भी बह गया। बारिश से देवाल- थराली सड़क नंदकेशरी के पास पालेभ्योल में मलबा आने से बंद हो गई है।
वहीं दूसरी टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र में देर रात से हो रही बारिश से तबाही मची है। बीती रात को बूढ़ाकेदार क्षेत्र के गेंवाली गांव में अतिवृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। राहत की बात रही कि लोग सचेत थे। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। आपदा से कृषि भूमि, सिंचाई नहर, पेयजल योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। मालबा घुसने से एक स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, कई घरों और गौशालाओं को नुकसान हुआ है। सूचना पर राजस्व विभाग, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।