नई दिल्ली : वरिष्ठ IPS ऑफिसर आलोक शर्मा को SPG का नया प्रमुख बनाया गया है। अब तक वह एसपीजी में अतिरिक्त महानिदेशक थे। कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के तहत कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उन्हें SPG का निदेशक नियुक्त किया है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का काम प्रधानमंत्री व उनके निजी संबंधियों को सुरक्षा प्रदान करने का होता है।
SPG के निदेशक का पद छह सितंबर को आईपीएस अरुण कुमार सिन्हा के निधन के बाद से रिक्त था। कैबिनेट की नियुक्ति समिति की अनुशंसा के बाद कार्मिक मंत्रालय ने आलोक शर्मा की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। आलोक शर्मा उत्तर प्रदेश कैडर के 1991 बैच के IPS ऑफिसर है।
वह मूलतः उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर जिले के गांव रूपवास के निवासी हैं। उनका जन्म 15 जून 1966 को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पिता विश्वेश्वर दयाल सिंचाई विभाग में कार्यरत थे। पिता की नौकरी के चलते उन्होंने सुरेंद्र नगर के ओएलएफ स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की। फिर उनका परिवार अलीगढ़ में शिफ्ट हो गया।
बीएससी करने के बाद आलोक शर्मा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल में बीटेक की डिग्री ली। 1991 में वह IPS के लिए सलेक्ट हुए और उन्हें होम कैडर उत्तरप्रदेश मिला।
आलोक शर्मा की शादी उत्तर प्रदेश में ही हुई है। उनके ससुर शांति स्वरूप गुप्ता आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति थे। उनकी बेटी सीमा गुप्ता से आलोक शर्मा की शादी हुई है। आलोक शर्मा की छवि ईमानदार और कर्मठ अधिकारी की रही है। उत्तराखंड में वह नैनीताल और हरिद्वार में एसएसपी रहे हैं। तेज तर्रार कार्य शैली के चलते उत्तराखंड में गैंगवार का खात्मा हो गया। आज भी लोग उन्हें याद करते हैं।
उत्तरप्रदेश में वह कई पदों पर कार्यरत रहे हैं। वह इलाहाबाद, बरेली और मेरठ रेंज के आईजी रहे हैं। 2016 में आईजी के रूप में उनकी अंतिम तैनाती मेरठ में थी। 2016 में एडीजी के पद पर प्रमोशन होने पर उन्हें मेरठ में पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया था। वर्ष 2016 में ही पुलिस सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर उन्हें राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित भी किया गया। उनके कुशल नेतृत्व में हरिद्वार और प्रयाग में कुंभ का सफल आयोजन किया गया।
साल 2017 में आलोक शर्मा केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए थे और फिर उन्हें एसपीजी में आईजी बनाया गया। एसपीजी के एडिश्नल डायरेक्टर पद पर उनकी तैनाती 2021 में हुई थी।
एसपीजी प्रमुख पद पर अरुण कुमार सिन्हा की लंबे समय से तैनाती थी। वह केरल कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अफसर थे। SPG प्रमुख के तौर पर 2016 से 2023 तक का कार्यकाल था। जो कि अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है। लेकिन, छह सितंबर को सिन्हा का निधन हो गया। तब से ही SPG प्रमुख का पद रिक्त था।