उत्तराखंड में लगातार आसमान से आफत बरस रही है। जिसके कारण प्रदेश के अलग जिलों से कई घटनाएं सामने आ रही हैं। बारिश के कारण प्रदेशभर की नदियां उफान पर हैं। उत्तराखंड मौसम विभाग ने प्रदेश में 10 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान भूस्खलन, सड़क अवरोध, जलभराव और तेज बहाव जैसे संभावित आपदाओं को देखते हुए विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया गया है। किसी भी स्कूल द्वारा इस आदेश की अनदेखी किए जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत आपदा नियंत्रण कक्ष को सूचित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सभी जिलाधिकारियों को लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्रों में जेसीबी मशीनें तैनात करने के आदेश दिए गए हैं ताकि रिस्पॉन्स समय कम किया जा सके। इसके अलावा, नदी-नालों और जलभराव वाले इलाकों में विशेष टीमें तैनात कर प्रशासनिक सतर्कता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ अतिवृष्टि से हुए नुकसान का विस्तृत मूल्यांकन किया था। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने, नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने, तथा खाद्यान्न और आवश्यक दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
