नैनीताल। उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से यात्रा के दौरान रामनगर के एक दम्पति का दिल्ली जाते समय लाखों रुपए के जेवरात चोरी हो गए, पीड़ित पक्ष द्वारा रामनगर डिपो व रामनगर कोतवाली में शिकायत कराने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।
रामनगर के एक दम्पति ने आरोप लगाया है कि उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में सफर के दौरान चोरों ने उनके लाखों रुपए के जेवरों पर हाथ साफ कर दिए। जिसकी सूचना उन्होने रामनगर डिपो पर दी लेकिन उनके द्वारा इसमें कोई सहयोग नहीं किया गया बल्कि उन्हें उल्टा परेशान किया गया। इस मामले में पीड़ित यात्री द्वारा रामनगर कोतवाली पुलिस एवं परिवहन निगम के अधिकारियों पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार हेम सिंह निवासी ग्राम चौपड़ा अमगढी ने बताया कि 23 अप्रैल को वह अपनी पत्नी के साथ रामनगर से उत्तराखंड परिवहन निगम की रामनगर डिपो बस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। जब अगले दिन वे दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने देखा की सूटकेश से उनके सोने के 2 लाख रुपए के जेवर गायब थे। उन्होंने बताया कि सूटकेश में लॉक भी था लेकिन इसमें साइड से कट का निशान लगा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि चोरों ने यहीं से उनके जेवर चुराए होंगे। हेम सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले में दिल्ली से लौटकर रामनगर कोतवाली पुलिस एवं सहायक महाप्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम रामनगर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई लेकिन इसपर कोई कार्रवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि रोडवेज में दो कैमरे लगे हुए थे लेकिन उनमें से एक खराब तो दूसरे में चिप ही गायब थी। इससे परिवहन निगम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। पीड़ित ने बसों में सफर करने वाले यात्रियों से सावधान व सतर्क रहने की अपील की है। व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि रामनगर पुलिस द्वारा न तो इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है और न ही उनकी तहरीर को रिसीव किया गया। इस घटना पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि इस प्रकरण में घटना स्थल रामनगर क्षेत्र का नहीं है, लेकिन फिर भी पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।