लोमड़ी के हमले से मां और बेटे घायल

लालकुआं। यहां लोमड़ी के हमले से मां और बेटे घायल हो गए है। गनीमत यह रही कि शोरगुल होने से लोमड़ी जंगल की ओर भाग गई। जिससे दोनों की जान बच गई। आनन-फानन में परिजनों ने अस्तपाल ले जाकर दोनों का उपचार करवाया। इधर हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों से कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार बिंदुखत्ता इंदिरा नगर द्वितीय निवासी तिलगा देवी बीते शनिवार की शाम को अपने घर के आंगन में बैठी हुई थी। तभी अचानक एक जंगली लोमड़ी ने उन पर हमला कर दिया। जैसे ही तिलगा देवी की चीखने की आवाज सुनी तो उनका बेटा भी कमरे से बाहर आ गया और मां को बचाने लगा लेकिन लोमड़ी ने उस पर भी हमला कर दिया। शोरगुल सुन कर आस-पास के पड़ोसी भी वहां पहुंच गए। हो हल्ला करने पर लोमड़ी वहां से जंगल की ओर भाग गई। लोमड़ी के हमले से मां और बेटे लुहलुहान हो गए। आनन-फानन में दोनों को हल्द्वानी बेस अस्तपाल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें टिटनेस का इंजेक्शन लगाया और घर भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि अस्पताल में उन्हें रेबीज के इंजेक्शन नहीं लगाए गए। आज सुबह दोनों ने लालकुआं के एक निजी अस्पताल में जाकर रेबीज का इंजेक्शन लगवाये। इधर सूचना के बाद गौला वन क्षेत्र के रेंजर ने कर्मचारियों ने को भेजकर परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली है। परिजनों ने कार्रवाई की मांग की है।

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