पूर्व व वर्तमान विधायक प्रकरण-सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी होंगे वापस, कार्यवाही प्रचलित एवं हथियारों के लाइसेंस भी रद्द किए जाने की प्रक्रिया शुरु*

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल का साफ शब्दों में स्पष्ट संदेश, "गुंडई किसी सूरत में बर्दाश्त नही"*

हरिद्वार

विधानसभा खानपुर के मौजूदा विधायक उमेश शर्मा व पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के बीच हुए आपसी विवाद एवं फायरिंग प्रकरण में माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत हरिद्वार पुलिस द्वारा दोनों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

दिनांक 25.1.25 को पूर्व विधायक खानपुर कुंवर प्रणव सिंह एवं वर्तमान विधायक खानपुर उमेश कुमार द्वारा सोशल मीडिया फेसबुक पर एक दूसरे के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग कर एक दूसरे को देख लेने की चुनौती दी जा रही थी।

पूर्व विधायक खानपुर कुंवर प्रणव सिंह द्वारा फेसबुक पर विधायक उमेश कुमार के परिजन एवं माता के लिए कथित अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने पर विधायक उमेश कुमार द्वारा दि० 25.1.25 की रात्रि कुंवर प्रणव सिंह के आवास में जाकर सोशल मीडिया पर लाईव आकर कुंवर प्रणव सिंह के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया फिर दिनांक 26.1.25 को दिन में कुंवर प्रणव सिंह एवं उसके समर्थकों द्वारा कोतवाली रुड़की क्षेत्रांतर्गत विधायक खानपुर के आवास पर पहुंचकर वाद विवाद/मारपीट कर फायरिंग की गई और देहरादून के लिए रवाना हुए जिन्हें पुलिस द्वारा रोककर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की गई।

प्रकरण में पूर्व विधायक खानपुर कुंवर प्रणव सिंह पक्ष की ओर से रानी देवयानी की तहरीर पर दि० 26.1.25 को कोतवाली रुड़की में मु0अ0स0 29/25 धारा 190, 191(2), 191(3), 351(3), 352 BNS दर्ज किया गया एवं विधायक उमेश कुमार पक्ष की ओर से जुबेर काजमी की तहरीर पर मु०अ०स० 30/25 धारा 109,190, 115(2), 191(2),191(3), 324(4), 333, 351(3), 352 BNS दर्ज किया गया। प्रकरणों में आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा प्रकरण में शुरुआत से ही सख्ती दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्यवाही किए जाने के क्रम में दोनों मुख्य आरोपियों वर्तमान विधायक उमेश शर्मा व पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह को गिरफ्तार किया गया है तथा नियमानुसार माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किए जाने की तैयारी की जा रही है साथ ही दोनों की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों को वापस बुलाने के लिए शासन से पत्राचार करने के साथ ही लाइसेन्सी अस्लहो के दुरुपयोग के सम्बन्ध में चिन्हीकरण करते हुए लाइसेन्स निरस्तीकरण के सम्बन्ध में कार्यवाही प्रचलित है।

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