देहरादून
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) द्वारा आयोजित ‘नवाचार महोत्सव और राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ के समापन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर राज्यपाल ने उत्तराखण्ड में विज्ञान और तकनीकी शिक्षा तथा शिक्षण के क्षेत्र में योगदान देने वाले 06 लोगों को ‘उत्तराखण्ड विज्ञान पुरोधा सम्मान’ से सम्मानित किया। इसके साथ ही, राज्यपाल ने तीन दिवसीय महोत्सव में उत्कृष्ट नवाचार और शोध करने वाले छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया।
समारोह में राज्यपाल ने विज्ञान और तकनीकी के महत्व पर विचार किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीकी के बिना प्रगति संभव नहीं है, और इसलिए हमें उन्हें स्वीकार करने और उनके साथ चलने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी जताया कि आधुनिक युग में विज्ञान और तकनीकी का महत्व बढ़ चुका है, और इससे हमारे समाज और देश की मौलिक आवश्यकताएं पूरी हो सकती हैं।
उन्होंने आयोजन को चुनौतियों के वैज्ञानिक समाधान खोजने के लिए एक मंच के रूप में भी देखा। इसके साथ ही, राज्यपाल ने महिलाओं और बेटियों को भी वैज्ञानिक चेतना के प्रति सकारात्मक धारणा विकसित करने के लिए प्रशंसा व्यक्त की।
यह आयोजन विज्ञान और तकनीकी के अध्ययन में उत्कृष्टता और नवाचार को प्रोत्साहित करता है, और युवाओं को वैज्ञानिक चेतना को बढ़ावा देता है। इसके माध्यम से, राज्यपाल ने सामाजिक और आर्थिक विकास के माध्यमों के रूप में विज्ञान और तकनीकी को महत्वपूर्ण भूमिका देने का समर्थन किया।