
उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है, लेकिन विपक्ष के लगातार हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। सत्र के पहले दिन जहां सरकार ने 5315 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया, वहीं “उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता एवं विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक” को भी सदन में रखा गया, जिससे धर्मांतरण कानून को और अधिक सख्त बना दिया गया है।
विपक्ष ने पहले दिन सचिव की मेज पर किताबें पटकीं, जिसके बाद कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। आज दूसरे दिन भी कांग्रेस विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। वे नैनीताल में हुई गोलीबारी की घटना और हाल ही में हुए जिला पंचायत चुनावों के दौरान बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर कुमाऊं आयुक्त को जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन कांग्रेस नियम 310 के तहत तत्काल चर्चा की मांग पर अड़ी हुई है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि “सरकार सो रही है।”
अब तक आज सदन दो बार स्थगित किया जा चुका है, पहली बार सुबह 11 बजे और फिर दोबारा 12 बजे तक के लिए।
