जौलजीबी में आयोजित महापंचायत में, विकास खंड मुनस्यारी और धारचूला के प्रतिनिधियों ने 4 मार्च से चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की, जो इनर लाइन की मांग को लेकर है। उन्होंने इनर लाइन की परिधि में दोनों विकास खंडों को लाने की मांग की, जिसे वे बाहरी लोगों से बचाने के लिए आवश्यक मानते हैं। महापंचायत में इस निर्णय का फैसला किया गया कि 4 मार्च को तहसील मुनस्यारी, तेजम, बंगापानी, और धारचूला से भारत के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन भेजा जाएगा। ज्ञापन में इनर लाइन की सीमा को जौलजीबी और नोलड़ा से खिसकाने की मांग होगी।
विकास खंडों के प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकारों ने समय-समय पर इनर लाइन की सीमा को बदलते हुए अब यह चीन सीमा तक पहुंचा दिया है, जो नागरिकों की सुरक्षा के लिए अत्यंत खतरनाक है। महापंचायत में निर्णय लिया गया कि 7 मार्च को जिलाधिकारी के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को फिर से ज्ञापन भेजा जाएगा।
महापंचायत में 15 मार्च तक के आंदोलन के बाद आगे की रणनीति घोषित की जाएगी। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए, विकास खंडों के सभी जन संगठनों, व्यापार मंडलों, और राजनीतिक संगठनों से सहयोग की जरूरत है। महापंचायत ने एक कोर कमेटी भी गठित की है जो इस मुद्दे पर कार्रवाई करेगी।