उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग देवप्रयाग के पास तीन स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई है। इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
देवप्रयाग डिग्री कॉलेज और मूल्यगांव के बीच रात भर हुई तेज बारिश के चलते पहाड़ से भारी मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर आ गिरे। सड़क बंद होने के कारण दूध, सब्जी और अखबार जैसे आवश्यक सामानों की ढुलाई करने वाले वाहन भी फंसे हुए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NH) की टीम जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंची है और मलबा हटाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के चलते बचाव कार्य में बाधा आ रही है, लेकिन सड़क को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
यमुनोत्री हाईवे के जंगल चट्टी इलाके में चट्टानी मलबा और भू-धंसाव के कारण कई वाहन फंसे हुए हैं। नगरपालिका क्षेत्र समेत कई आवासीय भवनों और होटलों को भू-धंसाव का खतरा उत्पन्न हो गया है।
वहीं, कर्णप्रयाग में रविवार रात से जारी बारिश के चलते गौचर के कमेड़ा में पहाड़ी से बोल्डर और चट्टान गिरने से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। जेसीबी मशीनों द्वारा मलबा साफ करने का कार्य जारी है। इसके अलावा, पुनगांव में चट्टान गिरने से सड़क धंस गई है और नंदासैण-पैठाणी मार्ग भी बंद है।
उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत कुमाऊं पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। रेंज एसओटीएफ और बनभूलपुरा थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 645 ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड (2ml) इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई देर रात 17/18 अगस्त को गोला बाईपास रोड स्थित यात्री विश्राम गृह के पास की गई।
आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल के निर्देशों पर चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के तहत जब पुलिस टीम संदिग्ध वाहनों की तलाशी ले रही थी, उसी दौरान एक ई-रिक्शा पुलिस को देखकर अचानक पीछे मुड़ने लगा। संदेह के आधार पर उसे रोका गया, जिसमें दो व्यक्ति सवार थे।
पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मजहर खान उर्फ सोनू और फैसल कुरैशी बताए। तलाशी के दौरान उनके बैग से कुल 645 नशीले इंजेक्शन बरामद हुए। ये खेप ई-रिक्शा (चेसिस नंबर MYMJTPLO9M24V2113) से लाई जा रही थी। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने इस कार्रवाई को प्रदेश में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम की एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए ऐसी सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी।
यह सफलता न केवल ड्रग तस्करों के खिलाफ सख्त संदेश है, बल्कि “ड्रग्स फ्री उत्तराखंड” के संकल्प की दिशा में एक निर्णायक कदम भी है।
