देहरादून, 28 फरवरी: सनातन संस्कृति रक्षक संगठन उत्तराखण्ड प्रदेश ने टैंगो ऐप को रोकने की मांग की है। इस संगठन ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने ऐप के प्रतिबंधन की मांग की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डा. नवीन हिक्की और प्रदेश महासचिव विकास चौहान ने इस ज्ञापन को मुख्यमंत्री के नाम प्रस्तुत किया।
उत्तराखण्ड सरकार के मुख्यमंत्री के समक्ष, संगठन ने टैंगो ऐप से जुड़ी समस्याओं को उठाया। उन्होंने मांग की कि देवभूमि जैसे पर्यटन स्थलों में ऐसे ऐप को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह ऐप उन्हें गलत कामों में धकेल रहा है।
संगठन ने बताया कि इस ऐप का प्रयोग करके लोग गलत कार्यों में लीन हो रहे हैं, जो उनके घर और समाज के लिए खतरा है। उनका कहना है कि टिकटॉक की तरह ही यह ऐप भी एक खतरा है, और इसे बंद करने की जरूरत है।
संगठन का मानना है कि ऐसे ऐप्स के इस्तेमाल से समाज में अशांति बढ़ती है और विशेष रूप से महिलाओं के लिए खतरा होता है। उन्होंने सरकार से इसे बंद करने की मांग की है।
इस मामले में संगठन के उच्च अधिकारियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय में एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अभियान में कई स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने भी शामिल हुए।