
हल्द्वानी:
हल्द्वानी तहसील में उस समय हड़कंप मच गया जब कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत अचानक निरीक्षण पर पहुँचे। उनके सवालों के जवाब न मिलने पर तहसीलदार से लेकर पटवारियों तक सबके चेहरे उतर गए।
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने सबसे पहले तहसील परिसर की स्थिति देखी। उन्होंने पाया कि यहाँ की पार्किंग अव्यवस्थित है, चारों तरफ गंदगी फैली हुई है और शौचालयों की हालत बेहद खराब है। इसके बाद जब वे रिकॉर्ड रूम और कोर्ट रूम पहुँचे तो उन्होंने लंबित मामलों की जानकारी मांगी।
कमिश्नर ने खासकर 143 के प्रकरणों, राजस्व वसूली और बकाएदारों की सूची के बारे में विस्तार से पूछा, लेकिन कोई अधिकारी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया। तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी सबके पास कागज-पत्रों की सही जानकारी नहीं थी।
पत्रावलियों (दस्तावेजों) का रख-रखाव भी बेहद लापरवाही भरा मिला। कई फाइलें बिखरी पड़ी थीं और रिकॉर्ड व्यवस्थित नहीं था। कमिश्नर ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि ऐसे हालात जनता के काम में भारी देरी का कारण बनते हैं और यह स्थिति किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने साफ निर्देश दिए कि आने वाले तीन महीनों के भीतर सभी लंबित मामलों का निपटारा किया जाए और व्यवस्था सुधार ली जाए, वरना जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने यह भी कहा कि तहसील कार्यालय जनता की पहली उम्मीद होती है, लेकिन यहाँ की बदइंतज़ामी देखकर निराशा होती है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि तुरंत सुधार करें, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
