उच्च शिक्षा में प्रवेश से वंचित छात्रों को मिलेगा अंतिम मौका: डॉ. धन सिंह रावत**

 

*देहरादून, 25 अगस्त 2024* – उत्तराखंड के उच्च शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कारणों से प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर आई है। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घोषणा की है कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों को एक अंतिम मौका दिया जाएगा। इसके तहत, 27 अगस्त से 5 सितंबर 2024 तक पुनः समर्थ पोर्टल खोला जाएगा, जिससे प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे।

**समर्थ पोर्टल के माध्यम से पुनः पंजीकरण का अवसर**

शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए, स्नातक प्रथम सेमेस्टर के 76030 और परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के 24895 छात्र-छात्राओं ने पहले ही समर्थ पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर लिया है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन छात्रों ने उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, सीबीएसई, और अन्य बोर्डों की सुधार परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के बाद प्रवेश नहीं लिया, या जो केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश नहीं ले पाए, उन्हें अब इस पोर्टल के माध्यम से प्रवेश का अंतिम मौका दिया जा रहा है।

**राजकीय विश्वविद्यालयों में समानता लाने का प्रयास**

डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों में एकरूपता और पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से विगत वर्ष से समर्थ गवर्नेंस पोर्टल को लागू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से छात्रों को ऑनलाइन पंजीकरण, प्रवेश और अन्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए स्नातक प्रथम सेमेस्टर में कुमाऊं विश्वविद्यालय में 31101, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में 31326, और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 13603 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। इसी प्रकार, परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय में 12249, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में 8193, और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 4453 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है।

**प्रवेश से वंचित छात्रों के लिए विशेष निर्देश**

उच्च शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रवेश से वंचित किसी भी छात्र-छात्रा को सहायता प्रदान की जाए और उनके ऑनलाइन पंजीकरण में कोई भी बाधा न आए। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए संकल्पबद्ध है और इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि जिन महाविद्यालयों में मानक अनुसार संसाधन उपलब्ध हैं और छात्रों की आवश्यकता है, वहां सांध्यकालीन कक्षाओं का भी संचालन किया जा सकता है।

**सरकार की प्रतिबद्धता और भविष्य की योजनाएं**

डॉ. रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। समर्थ पोर्टल के लागू होने से प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता और सरलता आई है, जिससे छात्रों को लाभ हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पंजीकरण के सापेक्ष अब तक परास्नातक कक्षा में 9324 और स्नातक में 48251 छात्रों ने प्रवेश लिया है।

इस निर्णय से प्रदेश के छात्रों में उत्साह का माहौल है, खासकर उन छात्रों में जो किसी कारणवश प्रवेश नहीं ले पाए थे। अब वे इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा सकेंगे। सरकार का यह कदम राज्य के युवाओं को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने और उनकी शैक्षणिक जरूरतों को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।

 

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