देहरादून 10 दिसम्बर। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में हुए दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 3 लाख 50 हजार करोड़ के निवेश करार के भाजपा सरकार के दावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा की धामी सरकार सम्मेलन में हुए करारों पर अपनी पीठ थपथपा रही है परन्तु राज्य सरकार को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि भाजपा की ही राज्य सरकार द्वारा 2018 में कराये गये इन्वेस्टर्स सम्मिट में 125 लाख करोड़ के इन्वेस्ट का दावा किया गया था, जितने एमओयू हुए थे उनमें से कितने धरातल पर उतर पाये? उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने भी केवल प्रदेश की जनता और बेरोजगारों को भ्रमित करने का काम किया और वर्तमान धामी सरकार भी उसी राह पर है।
श्री करन माहरा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में 2018 में भी राज्य की जनता की गाड़ी कमाई के टैक्स के खर्च से वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन कर 125 लाख करोड़ रूपये की निवेश के दावे किये गये थे परन्तु वे हवा हवाई साबित हुए इस पर भाजपा सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। तत्कालीन त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार ने जनता की कमाई से राज्यभर में 7 लाख को रोजगार देने के बडे-बडे होर्डिंग बोर्ड लगाये थे, परन्तु अभी तक उस वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हुए करारों में से कितने धरातल पर उतर आये तथा राज्य के कितने बेरोजगारों को रोजगार मिला इसका भी भाजपा सरकार के पास कोई जवाब नहीं है