
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के पिरान कलियर थाना क्षेत्र में अपहरण के बाद लापता हुए युवक अनवर का शव आखिरकार पांच दिन बाद गंगनहर से बरामद हुआ। मृतक की पहचान 20 वर्षीय अनवर पुत्र नसीर, निवासी बेडपुर (थाना पिरान कलियर) के रूप में हुई है। शव आसफनगर झाल में अटका हुआ मिला, जिसे निकालकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अनवर 6 सितंबर को दोपहर के समय अपने होटल (जो पिरान कलियर में स्थित है) के लिए घर से निकला था, लेकिन शाम चार बजे के बाद से उसका मोबाइल बंद आने लगा। देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन चिंतित हो उठे और खुद ही उसकी तलाश शुरू कर दी।
रात में अनवर के बहनोई के मोबाइल पर एक कॉल आई, जो अनवर के ही नंबर से की गई थी। कॉल करने वाले ने 25 लाख रुपये की फिरौती की मांग की और अनवर की जान बख्शने की धमकी दी। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और इस संबंध में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने सीआईयू और कलियर थाना प्रभारी रविंद्र कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 9 सितंबर को दो आरोपियों – अमजद (निवासी मुकर्रबपुर) और फरमान उर्फ लालू (निवासी मुस्तफाबाद) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अनवर के अपहरण और उसकी हत्या की बात कबूल की।
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अनवर की हत्या कर उसके शव को गंगनहर में फेंक दिया था। इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। परिजन भी गंगनहर किनारे टेंट लगाकर लगातार इंतजार कर रहे थे।
आख़िरकार, 10 सितंबर को आसफनगर झाल के पास गंगनहर में एक युवक का शव दिखाई दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला और परिजनों से पहचान करवाई। मृतक की पुष्टि अनवर के रूप में हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेज दिया।
अनवर की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। माता-पिता और अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।
