नैनीताल: मानसून से पहले की तैयारियों की समीक्षा को लेकर नैनीताल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक जिलाधिकारी व प्राधिकरण के अध्यक्ष वंदना सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले भर के सभी विभागीय अधिकारियों को आगामी मानसून सीजन को देखते हुए पूर्व तैयारियों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे मुख्य और ग्रामीण सड़कों की नालियों व स्कवरों की सफाई मानसून शुरू होने से पहले पूर्ण करें। पूर्व में दिए गए निर्देशों की प्रगति रिपोर्ट तलब की गई है। उप जिलाधिकारियों को राज्य मार्गों और तहसीलदारों को प्रमुख जिला मार्गों का निरीक्षण कर सफाई कार्य का सत्यापन करने और 10 जून तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
सभी संवेदनशील और भूस्खलन संभावित स्थलों पर 10 जून तक जेसीबी, पोकलैंड और लोडर मशीनों को ऑपरेटरों सहित तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, इन मशीनों की GPS मैपिंग कराई जाएगी और ऑपरेटरों के संपर्क नंबर प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किए जाएंगे। जहां ट्रीटमेंट कार्य लंबित है, उन्हें शीघ्र पूर्ण करने और नए कार्यों के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा गया है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ऐसे क्षेत्रों जैसे चोरगलिया, चुकम और हैड़ाखान जहां मानसून के दौरान नदी-नालों के कारण आवागमन बंद हो जाता है, वहां खाद्य आपूर्ति, चिकित्सक की तैनाती और आपदा राहत टीम की तैयारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए कि सभी विद्यालय भवनों का निरीक्षण किया जाए और जहां छतें टपक रही हैं या पेड़ों से खतरा है, वहां तत्काल कार्रवाई हो। विद्युत विभाग को ट्रांसफार्मर, तार और पोल का स्टॉक बनाए रखने और किसी भी आपात स्थिति में विद्युत आपूर्ति बहाल करने की पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया।
हल्द्वानी समेत शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए बंद पड़ी नालियों की सफाई पर विशेष जोर दिया गया। हल्द्वानी नगर आयुक्त को 10 दिन के भीतर नाले सफाई कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने स्वयं कुछ पार्षदों से बात कर प्रगति की जानकारी भी ली।
जिले के सभी थानों और तहसीलों में रखे आपदा राहत उपकरणों का परीक्षण और प्रशिक्षण एक सप्ताह के भीतर कराने के निर्देश दिए गए। 108 और विभागीय एंबुलेंस को कार्यरत रखने तथा दवाओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने को कहा गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में मानसून के दौरान एंबुलेंस की तैनाती की व्यवस्था भी की जाएगी।
सिंचाई विभाग को वर्तमान में चल रहे बाढ़ नियंत्रण कार्यों में तेजी लाने और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से निपटने के लिए ड्रेनेज व्यवस्था पर आधारित संयुक्त योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से जुड़े सभी कार्यों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। आपदा की स्थिति में सेना और अर्धसैनिक बलों से समन्वय स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित किए जाएं। सभी विभागों को अपनी-अपनी आपदा कार्ययोजनाएं शीघ्र तैयार कर उपलब्ध कराने को कहा गया है।
बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा भेजे गए आपदा संबंधित कार्यों के प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई, जिनमें विद्यालयों की छतों की मरम्मत, नालों की सफाई और सुरक्षात्मक निर्माण कार्य प्रमुख हैं।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी, अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान, पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र, सभी उप जिलाधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
