हल्द्वानी। प्रेम टाकीज से रेलवे स्टेशन तक रोड का बुरा हाल है। कई दुपहिया वाहन चालक, राहगिर चोटिल हो चुके हैं। लेकिन नगर निगम है कि जागता नहीं। इससे लगता है कि निगम किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा हो। बता दें कि स्टेशन रोड में सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। यहां वाहन चलना तो दूर पैदल चलना तक दूभर हो रखा है। जबकि यह इतनी व्यस्त रोड है कि केएमओयू का बस अड्डा होने के नाते पहाड़ को जाने वाली गाड़ियां इसी रोड से चलती हैं। रोडवेज की टनकपुर, खटीमा, सितारगंज, चोरगलिया जाने वाली बसें भी इसी मार्ग से गुजरती हैंँ। साथ ही मंगल पड़ाव से भोटिया पड़ाव, काठगोदाम जाने वाले टैम्पो भी यहीं से होकर गुजरते हैंँ। सबसे बड़ी बात यह है कि चाहे वीआईपी हो या फिर अधिकारी अथवा जनमानस, जिसने भी दिल्ली, लखनऊ, बरेली जाना है इसी रोड से रेलवे स्टेशन भी आते-जाते हैं। इन सबके बावजूद इतनी मुख्य सड़क बेहाल है। किसी मंत्री, अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। इस सबके बावजूद इस रोड को लेकर लोक निर्माण विभाग और नगर निगम पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं। इस सड़क के स्वामित्व को लेकर यह दोनों विभाग एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह सड़क नगर निगम के अधीन है। लिहाजा इसकी मरम्मत का जिम्मा भी निगम के पास ही है। लेकिन सड़क की बदहाली को देखते हुए मरम्मत को लेकर शासन से पत्राचार किया जा रहा है। जबकि नगर निगम के अफसर भी इस सड़क से मुंह फेरे हुए हैं और पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं। उधर स्टेशन रोड की बदहाली का मामला कई बार जिलाधिकारी के दरबार में तक उठ चुका है। यहां भी इस रोड के स्वामित्व को लेकर नगर निगम और लोक निर्माण विभाग पल्ला झाड़ते रहे हैं। डीएम के दरबार में उठने के बाद भी इस मामले का अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। विभागों की आपसी खींचतान और प्रशासन के उदासीन रवैये का खामियाजा स्थानीय लोग भुगतने को मजबूर हैं।