रामनगर। रामनगर के बासीटीला गांव में बुधवार शाम घर के पास खेत में फसल की रखवाली कर रहे युवक को बाघ ने हमला कर मार डाला।
शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर मनोरथपुर बासीटीला में बुधवार शाम करीब छह बजे 35 वर्षीय प्रमोद तिवारी उर्फ पप्पू तिवारी पुत्र हरीश चंद्र तिवारी घर के पास खेतों की देखभाल के लिए निकले। देर शाम प्रमोद के घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। खेतों के पास बाघ के गुर्राने की आवाज सुनाई दी। ग्रामीणों ने शोर मचाया तो मौके से बाघ भागता दिखाई दिया। घर से करीब 150 मीटर दूर पप्पू तिवारी का शव पड़ा मिला। बाघ ने युवक के कान से लेकर गर्दन तक गहरे घाव किए थे। शव से करीब 50 मीटर दूर पप्पू का चश्मा और चप्पल पड़े थे। सूचना मिलते ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के वन दरोगा सिद्धार्थ रावत टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने सीटीआर को शव नहीं उठाने दिया। खबर लिखे जाने तक ग्रामीण मौके पर सीटीआर डायरेक्टर को बुलाने और बाघ को मारने की मांग पर अड़े थे।
इस मांग को लेकर ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे तक सीटीआर की टीम को शव नहीं उठाने दिया। हालांकि कॉर्बेट के डिप्टी डायरेक्टर और पार्क वार्डन के समझाने पर रात करीब सवा इग्गारह बजे ग्रामीण शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। बाघ को पकड़ने के लिए घटनास्थल पर पिंजरा लगा दिया गया है।
घटना का पता चलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई है। गुस्साए ग्रामीण सीटीआर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शव को उठाने नहीं दे रहे थे। ग्रामीणों के प्रदर्शन का सिलसिला रात करीब 930 बजे तक चलता रहा। मृतक के पिता हरीश तिवारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बाघ ने उनके बेटे को मार डाला और सीटीआर का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बाद में डिप्टी डायरेक्टर दिगंथ नायक और पार्क वार्डन अमित ग्वासकोटी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यवाही का आश्वासन दिया