
चमोली/टिहरी: उत्तराखंड में भले ही मौसम कुछ हद तक साफ हो गया है, लेकिन हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं। चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर भारी भूस्खलन के चलते यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। हाईवे पर मलबे की भारी मात्रा जमा होने से सड़क को खोलने में लंबा वक्त लग सकता है। प्रशासन ने यात्रियों को फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर रोक रखा है।
जानकारी के मुताबिक, पीपलकोटी के पास भनेरपानी क्षेत्र में भारी मात्रा में मलबा गिरने से हाईवे अवरुद्ध हो गया है। कई यात्री रास्ते में ही फंसे हुए हैं और हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस और प्रशासन की टीमों ने पीपलकोटी और जोशीमठ में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
चमोली के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि पूरे पहाड़ के सड़क पर गिरने से स्थिति बेहद गंभीर है। साथ ही सड़क का एक हिस्सा भी टूट चुका है। हाईवे को खोलने में करीब 5 घंटे या उससे अधिक का समय लग सकता है। यात्रियों को गौचर और अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है और प्रशासन ने उन्हें फूड पैकेट और जरूरी सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
इसी तरह थराली क्षेत्र के रतगांव को जोड़ने वाली सड़क भी बीच में भूस्खलन से टूट चुकी है। ग्रामीणों को अब पैदल सफर करना पड़ रहा है। भारी बारिश के कारण गांवों में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना भी चुनौती बन गया है।
दूसरी ओर, टिहरी जिले में नरेंद्रनगर-रानीपोखरी रोड भी भारी भू-धंसाव की चपेट में आ गया है। गुरुवार दोपहर को यह मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था और 22 घंटे बीतने के बावजूद सड़क नहीं खोली जा सकी है। यह मार्ग टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार और देहरादून के बीच महत्वपूर्ण संपर्क साधन है। इस क्षेत्र में कई मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विजय मोगा ने बताया कि सड़क को शुक्रवार तक खोलने की पूरी कोशिश की जा रही है। विभाग की टीमें मौके पर काम में जुटी हुई हैं।
