नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन व परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि भारत की महिलाएं लंबे समय से चली आ रही भागीदारी वाली भूमिका को पीछे छोड़ते हुए अब जीवन के हर क्षेत्र में और हर पेशे में तेजी से नेतृत्व करने के लिए आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाएं काफी प्रगति कर चुकी हैं और यह बात भारत के चंद्रयान मिशन को संचालित करने वाली उनकी भूमिका से प्रमाणित हो चुकी है। डॉ. जितेंद्र सिंह “कार्यस्थल पर महिलाएं: मुद्दे एवं चुनौतियां” विषय पर आज कठुआ जिले के गवर्मेंट डिग्री कॉलेज में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने देश के युवाओं से केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए सक्षम माहौल से उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान करते हुए, उन्हें अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने तथा ऊंची उड़ान भरने की प्रेरणा दी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस संबंध में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) का उल्लेख किया, जिसकी वजह से विद्यार्थियों के लिए उनकी योग्यता के आधार पर अपने पसंदीदा विषयों का चयन करना संभव हो गया है। इस बात का उल्लेख करते हुए कि भारतीय युवा सबसे अच्छे कालखंड में जी रहे हैं, उन्होंने युवाओं से प्रौद्योगिकी का विवेकपूर्ण उपयोग करने का आग्रह किया। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी इस दौर में एक महान समतावादी घटक सिद्ध हुई है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी प्रौद्योगिकी के साथ अंतर्निहित है, जिसने विद्यार्थियों तक आसान पहुंच प्रदान की है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों से 2047 तक विकसित भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के युवाओं की क्षमता निर्माण की गति को बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि अब यह सुनिश्चित करना इन्हीं युवाओं पर निर्भर करता है कि 2047 के भारत का गौरव के उस स्तर तक पहुंचे, जिसका यह पात्र है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत, विश्व का नेतृत्व करने हेतु तैयार है और भारत की महिलाएं देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तत्पर हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारतीय युवाओं से खुद के लिए आजीविका कमाने और दूसरों को रोजगार प्रदान करने के लक्ष्य के साथ अपने स्वयं के स्टार्टअप शुरू करने के उद्देश्य से पीएम मुद्रा योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता का लाभ उठाने को भी कहा। इससे पहले, डॉ. जितेंद्र सिंह ने पीएम आयुष्मान भारत समेत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस दौरान, पीएम आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित हुई महिला लाभार्थियों ने उनसे कई बीमारियों का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने के लिए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया, जिसे वे अपनी खराब आर्थिक स्थिति होने के कारण स्वयं वहन करने में सक्षम नहीं थीं।