हल्द्वानी। शहर में टेंपो चालकों की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है। जहां देखो, सड़कों पर टेंपो चालकों का कब्ज़ा दिखाई देता है। सबसे अधिक अव्यवस्था मंगल पड़ाव क्षेत्र में देखने को मिल रही है, जहाँ टेंपो चालकों ने पूरा स्टैंड बना रखा है। दिनभर टेंपो वहाँ सड़क के किनारे खड़े रहते हैं, जिससे घंटों तक ट्रैफिक जाम लगा रहता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुबह और शाम के समय स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं और पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है। यह इलाका हल्द्वानी का व्यस्त बाजार क्षेत्र है, लेकिन टेंपो चालकों की लापरवाही और प्रशासनिक चुप्पी ने आमजन का जीना दूभर कर दिया है।
रिहायशी इलाकों में भी घुस रहे टेंपो
अब टेंपो चालक न केवल मुख्य सड़कों बल्कि रिहायशी गलियों में भी खुलेआम दौड़ते नजर आ रहे हैं। संकरी गलियों में टेंपो का प्रवेश न केवल ट्रैफिक बाधित करता है, बल्कि बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए खतरा भी बन गया है। कई बार गली मोहल्लों में दुर्घटनाओं से लोग बाल-बाल बचे हैं।
आरटीओ और पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल
नागरिकों ने सवाल उठाया है कि आखिर आरटीओ ने किन रूटों की अनुमति दी है और फिर ये चालक अन्य रूटों पर क्यों चल रहे हैं? अगर उनके पास वैध परमिट नहीं हैं तो फिर यह अव्यवस्था कैसे बढ़ रही है? नागरिकों का कहना है कि न तो ट्रैफिक पुलिस इस पर कोई सख्त कदम उठा रही है और न ही आरटीओ अधिकारी सड़कों पर दिखाई देते हैं।
लोगों की बढ़ती नाराज़गी
स्थानीय निवासी अब प्रशासन से नाराज़ हो चुके हैं। उनका कहना है कि “हर दिन मंगल पड़ाव से लेकर टीपी नगर तक सड़कों पर जाम लगना आम बात हो गई है। आरटीओ और पुलिस विभाग सिर्फ कागज़ों में अभियान चलाते हैं, ज़मीन पर कोई बदलाव नज़र नहीं आता।”
नागरिकों की प्रशासन से मांग
लोगों ने मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द मंगल पड़ाव में बने अवैध टेंपो स्टैंड को हटाए और रिहायशी इलाकों में टेंपो के प्रवेश पर सख्त रोक लगाए। इसके साथ ही सभी टेंपो चालकों के रूट परमिट की जांच कर अवैध रूप से चल रहे वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
जनहित में ठोस कदम की ज़रूरत
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस स्थिति पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले समय में हल्द्वानी की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। शहर की सुंदरता और यातायात अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रशासन को अब दिखावे की नहीं, वास्तविक कार्यवाही करनी होगी।





