बागेश्वर जिले में मानसून के चलते बंद हुए एक ग्रामीण सड़क मार्ग को समय पर नहीं खुलवाना दो अभियंताओं को भारी पड़ गया। जिलाधिकारी ने कार्य में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में दोनों अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही बिजली विभाग के एक अधिकारी पर भी कार्रवाई की गई है।
घटना कपकोट के धरमघर-सनगाड़ ग्रामीण मोटर मार्ग की है, जो रविवार को तेज बारिश के कारण मलबा आने से बाधित हो गया था। सड़क बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के अधिकारियों को दी, लेकिन समय पर कोई राहत नहीं पहुंचाई गई। विभाग की ओर से लोडर मशीन तक नहीं भेजी गई, जिससे यात्रियों और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जब यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत कड़ी कार्रवाई की। कनिष्ठ अभियंता जितेश मलकानी और सहायक अभियंता आशीष रावत को तत्काल निलंबित कर दिया गया। बिजली विभाग के एक अधिकारी को भी लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की गई है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि आपदा और मानसून के दौरान सड़क व बिजली से जुड़ी समस्याओं के समाधान में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही आम जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर सख्त नजर रखी जाएगी।
इस कार्रवाई से जिले के अन्य अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है और प्रशासन ने संकेत दे दिए हैं कि मानसून सत्र में जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करना किसी को महंगा पड़ सकता है।
